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Neelam (Blue Sapphire)

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Neelam (Blue Sapphire)

It is the birthstone for sunsign Virgo. According to Vedic Astrology, Neelam is the rashi ratna for Capricorn and Aquarius. Blue Sapphire strengthens Saturn (Shani) and hence helps gain prosperity in business, wealth, sharpness of the mind and self-confidence. Ascendants of Taurus, Libra, Gemini and Virgo can also wear the Blue Sapphire gemstone.

1.       Blue Sapphire helps reduce the malefic effects of Saturn (Shani) in one's horoscope.

2.       Blue Sapphire helps you extract the maximum out of every favorable situation. It sends fortune, luck and auspicious situations to your way.

3.       It is extremely beneficial for business and trade. If Blue Sapphire suits you, then it will shower riches and prosperity in your life.

4.       Businesses dealing in Oils, fuel, paint, iron, tools etc. receive the maximum astrological benefits of Blue sapphire.

5.       It ensures the overall health and strength of the knees, legs and hair of its wearer.

6.       Saturn (shani) is known as 'Nyaayadheesh' or the 'Lord of Justice' in Hindu mythology. Therefore, Blue Sapphire is very beneficial for people who are lawyers, judges or hold important decision-making positions.

7.       It brings wealth, name and fame, good stamina, longevity and security in life. Can improve fertility in barren women. Best suited for lovers for joy, love and happiness. It cures fainting fits, virility, mental disorder, deafness and baldness.

How to Use

Blue sapphire should be worn in a gold or Ashtadhaatu ring or locket on a Saturday moring and the weight should be 4 to 7 carats. Before wearing it, the person should have bath and should wash the ring or locket with raw milk and worship with Dhoopa, Deep, flowers and Akshata with contemplation of Saturn or Shankara having been west facing. The ring should be worn on middle finger.

मन्त्र“ॐ शनैश्चराय नमः” I

Astro Sandesh

26 अगस्त 2018 आज श्रावण महीने के शुक्लपक्ष की पूर्णिमा तिथि, धनिष्ठा नक्षत्र, अतिगंड योग, बव करण और दिन रविवार है । आज श्रावण पूर्णिमा, गायत्री जयंती, हयग्रीव जयंती, ऋषि तर्पण एवं रक्षाबंधन (राखी) है I आज श्रावण पूर्णिमा  और रक्षा बन्धन है रक्षाबंधन का श्रेष्ठतम मुहूर्त रक्षा बन्धन अनुष्ठान का समय = 06:02 to 17:25 Duration = 11 Hours 23 Mins रक्षा बन्धन के लिये अपराह्न का मुहूर्त = 13:41 to 16:15 Duration = 2 Hours 33 Mins आज के दिन पंचामृत (सब अलग-अलग) दूध, दही, घी, शहद, शक्कर से भगवान् शिव का अभिषेक करें उसके बाद शुद्ध जल से स्नान करायें फिर 5 अलग-अलग फल अर्पित करके 108 बार “ॐ नमः शिवाय” मन्त्र का जाप करें इससे श्रावण मॉस में किये गए रोज के अभिषेक, पूजा आदि का पूर्ण फल आपको प्राप्त होगा और भगवान् भोलेनाथ की कृपा आप पर श्रावण मास के वर्षाजल की भांति बरसेगी I आज रक्षाबंधन है, भगवान् भोलेनाथ को राखी समर्पित करें I मधुसूदन परिवार की ओर से हम ये दुआ करते हैं की आपको बताई गयी रोज की पूजा विधि से भगवान् भोलेनाथ की कृपा आने वाले अगले श्रावण मास तक आप पर बनी रहे और आपको जीवन में सुख- समृद्धि, बरकत, उत्तम स्वास्थ्य और सौभाग्य की प्राप्ति हो I ...

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आपके आज को श्रेष्ठ बनाने की पूजा विधि

15 अगस्त 2018 आज श्रावण महीने के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि, हस्त नक्षत्र, साध्य योग, बव करण और दिन बुधवार है । आज नाग पंचमी, सर्वार्थ सिद्ध योग एवं भारत स्वतंत्रता दिवस (72वां) है I आज नाग पंचमी है I आज के दिन शुद्ध आटे के नाग- नागिन बनाकर दूध, दूर्वा, कुशा, पुष्प, अक्षत (चावल), शक्कर, मीठा चढ़ाकर भगवान् शिव पर अर्पित करें और सर्पसूत्र का पाठ करें I यदि किसी कारण सर्पसूत्र का पाठ न कर सकें तो इस मन्त्र का जाप अवश्य करें I “ॐ कपिला कालियोSनन्तो वासुकिः तक्षकः तथा I पंचैतान् स्मरतो नित्यं विषबाधा न जायते” II ऐसा करने से आपके प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष शत्रुओं का नाश होगा I ...

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आपके आज को श्रेष्ठ बनाने की पूजा विधि